हमारे मन में बहुत बार ये सवाल उठा होगा की भारत की खोज किसने की. आज इसी विषय पर हम चर्चा करेंगे.

कई लोगो के मन में ये सवाल आता है, की आखिर भारत की खोज किसने की होगी, लेकिन ये सवाल थोडा सा गलत होगा, क्यों की भारत देश पहले से ही मौजूद था, लेकिन दुसरे लोगो को ये पता नहीं था.
भारत की खोज किसने की
इतिहास के अनुसार वास्को द गामा ये वो पहला यात्री है जो समुद्र के मार्ग से भारत में आया था.
वास्को द गामा ये यूरोपियन था, जिसने पहली बार १४९७-१४९९ इस दौरान समुद्र के मार्ग से भारत में आया था.
वास्को दी गामा यूरोपियन खोज का सबसे सफल खोजकर्ता और और यूरोप से भारत यात्रा करने वाला जहाजो का कमांडर था.
जो अफ्रीका के दक्षिणी कोने से होते हुए भारत पंहुचा था. वास्को दी गामा ३ बार भारत पहुच चूका था एसा इतिहास कारक का कहना है.
इसके अलावा वास्को दी गामा अरब सागर का एक अच्छा नौसेनानी भी था.
बास्को दी गामा का जीवन :
वास्को दी गामा का जन्म १४६० – १४६९ इस बिच हुआ था. इसकी ठीक जन्माथिति पता नहीं है.
एवोरा शहर में वास्को दी गामा की पढाई हुई थी.
माना जाता है, की उनोंने गणित और खगोल शात्रा की पढाई की थी.
प्रथम यात्रा:
८ जुलाई १४९७ को ४ जहाज लिस्बन से चल पड़े थे. और वही से पहली भारत की पहली यात्रा को प्रारम्भ हुआ था.
इस जहाज में १७० लोग थे जिनमे एक भी महिला नहीं थी.
२० जुलाई १४९८ में वास्को दी गामा कालीकट बन्दर पर पहुचे. कुछ दिन अगस्त में वास्को दी गामा रवाना हो गया. उसके साथ उसने राजा राजा ने उसको मलयालम में लिखा प्रशस्ति पत्र भी दिया जिसमें पुर्तगाल के राजा जॉन के नाम संदेश था कि वॉस्को दी गामा यहाँ आया था.
फिर उसके बाद वास्को दी गामा ने भारत के बारे में सभी जानकारी अपने राजा को सुनाई.
इसके बाद और २ बार वास्को दी गामा भारत आया था.
आपके सुजाव आप हमे कमेंट के जरिए बता सकते है.
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